नयी दिल्ली : 31 मार्च : महत्वपूर्ण लेखिका, कवयित्री, सामाजिक कार्यकर्ता और दलित मुक्ति आन्दोलन की सशक्त आवाज़ साथी रजनी तिलक नहीं रहीं. कल, आज रात दिल्ली के सेंट स्टीफेंस अस्पताल में उनका निधन हो गया. हिन्दी को ‘अपनी ज़मीं … Continue reading
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नयी दिल्ली 20 मार्च : केदारनाथ सिंह का जाना हिन्दी और भारतीय साहित्य-समाज के लिए अत्यंत दुखद सूचना है. लगभग दो महीने पहले निमोनिया से तबीयत बिगड़ने के बाद से वे पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो पाये थे. कुछ … Continue reading
जनवादी लेखक संघ का नौवां राष्ट्रीय सम्मेलन संक्षिप्त रिपोर्ट धनबाद (झारखंड) में जनवादी लेखक संघ का नौवां राष्ट्रीय सम्मेलन 27-28 जनवरी को स्थानीय न्यू टाउन हॉल में बनाये गये ‘दूधनाथ सिंह नगर’ में संपन्न हुआ। यह सम्मेलन मुक्तिबोध और त्रिलोचन … Continue reading
नयी दिल्ली : 17-1 : गांधी शांति प्रतिष्ठान, नयी दिल्ली के सभागार में 11 जनवरी को दिवंगत हुए, हिन्दी के अतुलनीय कथाकार-कवि-आलोचक दूधनाथ सिंह की याद में जनवादी लेखक संघ, प्रगतिशील लेखक संघ और जन संस्कृति मंच के संयुक्त आयोजन … Continue reading
नयी दिल्ली : 12 जनवरी 018 : ‘आख़िरी क़लाम’ जैसे अविस्मरणीय महाकाव्यात्मक उपन्यास और ‘रक्तपात’, ‘रीछ’, ‘धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे’, ‘माई का शोकगीत’ जैसी लम्बे समय तक चर्चा में बनी रहने वाली कहानियों के लेखक, जनवादी लेखक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय … Continue reading
नयी दिल्ली : 5 जनवरी 018 : प्रगतिशील आन्दोलन से जुड़े कवि, कथाकार और आलोचक श्री राजकुमार सैनी का निधन शोक-संतप्त करने वाली सूचना है. लम्बी बीमारी के बाद आज दिल्ली के एक अस्पताल में उनका देहांत हुआ. दिल्ली में … Continue reading
जलेस के राष्ट्रीय सम्मलेन (27-28 जनवरी 2018) में अब एक महीने से कम का समय रह गया है. आशा है, आपके राज्य से आनेवाले साथियों की अंतिम सूची तैयार हो गयी होगी. अगर राज्य सचिव अपने-अपने राज्य में संपर्क कर … Continue reading
‘इन गलियों से बेदाग़ गुज़र जाता तो अच्छा था और अगर दाग ही लगना था तो फिर कपड़ों पर मासूम रक्त के छींटे नहीं आत्मा पर किसी बहुत बड़े प्यार का जख्म होता जो कभी न भरता’ भारतीय … Continue reading
मुंबई जनवादी लेखक संघ के अध्यक्ष राधेश्याम उपाध्याय का दिनांक 21अक्टूबर को सुबह आठ बजे हृदयाघात के कारण निधन हो गया। वे लगभग 83 वर्ष के थे। उपाध्याय जी मुंबई व महाराष्ट्र जनवादी लेखक संघ के संस्थापक सदस्यों में से … Continue reading
नयी दिल्ली : 25 अक्टूबर : ‘प्रलय की विभीषिका में / शीत झेलते / नौका पर परंपरागत / बीज को ढोते / मैं मनुस्मृति नहीं गढ़ सकता / मुझे उगाने होंगे / घने अंधेरे में / चेतना के अंकुर / … Continue reading