जलेस के केंद्रीय परिषद के सदस्यों के नाम सर्कुलर
जैसा कि आपको पता है, कतरास (धनबाद) में राहुल संकृत्यायन सृजन पर्व के मौक़े पर 14 अप्रैल 2022 को जनवादी लेखक संघ की केंद्रीय कार्यकारिणी और परिषद् की साझा बैठक हुई थी। राष्ट्रीय सम्मलेन की तिथियों और जलेस के नये ‘परिप्रेक्ष्य और कार्यक्रम’ पर विचार-विमर्श इस बैठक का मुख्य एजेंडा था।
बैठक में निम्नांकित सदस्य शामिल हुए (उपस्थिति सूची में दर्ज दस्तख़त के क्रम से):
- चंचल चौहान
- नलिन रंजन सिंह
- अशोक शुभदर्शी
- धनंजय प्रसाद
- एम ज़ेड ख़ान
- शाह ज़फ़र इमाम
- कुमार विनीताभ
- प्रदीप कुमार ‘दीपक’
- कुमार सत्येंद्र
- ज़फ़र इक़बाल
- बजरंग बिहारी
- अशोक कुमार
- अनवर शमीम
- मार्कंडेय दीक्षित
- संजीव कुमार
- मनोज कुलकर्णी
- नीरज सिंह
- मृणाल
- अली इमाम ख़ान
- ललन तिवारी
- शैलेंद्र आस्थाना
इनके अलावा हमारे सामान्य सदस्यों में से ज्योत्स्ना आस्थाना, रमाशंकर सिंह और वरुण प्रभात भी बैठक में मौजूद थे और उन्होंने भी ‘परिप्रेक्ष्य और कार्यक्रम’ पर चल रहे विचार-विमर्श में हिस्सा लिया।
बैठक में निम्नांकित फ़ैसले लिये गये:
- यह देखते हुए कि दिसंबर की केंद्रीय कार्यकारिणी और परिषद की साझा बैठक में राष्ट्रीय सम्मलेन का जो समय तय किया गया था, उसके मद्देनज़र ज़रूरी तैयारियां कोरोना और अन्य कारणों से शुरू नहीं की जा सकीं, सम्मेलन को थोड़ा आगे ले जाने की ज़रूरत है। अब राष्ट्रीय सम्मलेन 23-24-25 सितंबर 2022 को जयपुर में होगा। 23 सितंबर, शुक्रवार के दिन अपराह्न में सम्मलेन का उद्घाटन सत्र रखा जायेगा। 24 सितंबर को दो खुले सत्र रखे जायेंगे। तीसरे दिन यानी 25 सितंबर, रविवार को सांगठनिक सत्र के साथ सम्मलेन समाप्त होगा। पूर्वाह्न से आरंभ हुए सांगठनिक सत्र को अपराह्न 3 बजे तक ख़त्म करने का प्रयास किया जायेगा ताकि लौटने की गाड़ी पकड़ने में किसी साथी को दिक्क़त न हो।
- कार्यकारी मंडल, जिसमें दिल्ली और आसपास के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य होते हैं, सम्मलेन के आयोजन से जुड़े अन्य ब्योरों पर विचार करेगा।
- बैठक में ‘परिप्रेक्ष्य और कार्यक्रम’ से संबंधित जितने सुझाव आये हैं, उनके आलोक में केंद्र के पदाधिकारी सम्मेलन में पेश करने के लिए मसौदे को अंतिम रूप देंगे।
अगर फ़ैसलों में कुछ छूट रहा हो तो अवश्य याद दिलायें।
इस पत्र की मेलिंग लिस्ट को देखकर कृपया यह पक्का करें कि जिन साथियों के मेल-पते इसमें नहीं हैं, उन तक भी सूचना पहुंच जाये. ऐसे किसी साथी का मेल-पता आपके पास हो तो हमें उपलब्ध करायें. आपकी इस तत्परता से सम्मेलन की तैयारी सुकर हो जायेगी।